शेयर मार्केट में कैंडल क्या है फैंटास्टिक चार्ट कैसे पढ़े

अब देखते हैं की छत के अंदर अलग-अलग प्रकार की कैंडल बनती है कुछ कंडक्टर बहुत बड़ी और कुछ कंडक्टर बहुत छोटी है किसी की कैंडल की वीक बड़ी होती है और किसी कैंडिडेट की साइड बड़ी होती है और किस प्रकार की कोई बार कान दोनों साइड भी होते और बीच में कैंडल होती है और कोई साइड दोनों साइड वीक होती है और बॉडी नहीं होती है इस प्रकार के केंद्र से बनती है मार्केट के अंदर तो अभी आपको मालूम होना चाहिए जब भी अपडेटिंग करते हो उसी टाइम तभी जाकर आप चेक मुनाफा कमा सकते हो लेकिन आप स्टॉक मार्केट में चार्ट बनने वाली अलग-अलग कैंडल क्या बताती है कैंडल कैसे बनती है इनको देखकर क्या पता चल जाता है कैंडल कितने प्रकार की होती है ऐसे बहुत सारे सवाल आपका मन में जरूर उठ रहे होंगे इसके विस्तार से बताता हूं
शेयर मार्केट में चार्ट और कैंडल कैसेबनती है
शेयर बाजार में कैंडल दो ही चीजों की मिलकर बनती है पहले बॉडी या शरीर दूसरा वीक या परछाई की बड़ी और भी अलग-अलग होती है कैंडल में वीक या परछाई होती हैऊपर भी किया ऊपर छोड़ो जो रूप की और होती है
लोअर वीक लोअर शैडो जो नीचे की ओर होती है आप देख सकते हैं कि कैंडल में सबसे पहले हिस्सा होता है है और सबसे नीचे हिस्सा होता है ल और जब कैंडल खुलते हैं उसे हम ओपन कहते हैं और कैंडल बंद होने के बाद हमको उसके क्लोज किए थे मिंस 26 कैंडल खुलते हैं उसमें चार तरीके से होता है ओपन उसके बाद लो उसके बाय है उसके बाद लोअर लो जाकर क्लोज होती है कैंडल कैंडल के अंदर ऊपर शैडो लोअर शैडो और बॉडी इस तीन चीज होती है उसमें इसके अलावा बॉडी के ऊपर और नीचे ठंडी या ठीक है उन्हें ऊपर शैडो और लोअर शैडो बोलता है किसी कैंडल की बॉडी बहुत बड़ी होती है और किसी कैंडल की परछाई बहुत बड़ी होती है कई बार इसको उल्टा भी होता है कई बार विक्की कैंडल की भी बहुत बड़ी होती है और कोई और कैंडल की बड़ी बहुत कम होती है 1 मिनट कीकैंडल एक ओवर कीकैंडल एकडेकी कैंडल एक विकीकैंडल सभी टाइम फ्रेम के अंदर अलग-अलग कैंडल बनती है कोई में रेड होती है एक दिन में 24 घंटे में ग्रीन होती है2 घंटे में रेड होते तो 1 घंटे में ग्रीन होते हैं सभी टाइम फ्रेम में अलग-अलग टाइम फ्रेम होते हैं उसमें से हमको बड़े फ्रेम में टाइम में जाकर हमको ट्रेंड और लेकर हमको छोटा फ्रेम में जाकर हमको ट्रेड लेना चाहिए तो हम अच्छा मुनाफा कमा सकते हैंकैंडल चार्ट इनफॉरमेशन
कैंडल के अंदर टोटल सा चीज होती है उसमें से पहले जब भी मार्केट के अंदर कैंडल बनती है तभी कैंडल शुरुआत होती है ओपन से मेंस की ओपन बॉडी से फिर वह है बनता है कैंडल का और नीचे ओपन से नीचे जाकर कैंडल को बना रहा है फिर जाकर क्लोज होता है वह तभी मार्केट के अंदर ओलेटल देखा मुझे तभी समझाना है कि वह मार्केट साइड भेजें और जो ओपन के बाद जो बॉर्डर ऊपर वीक बनती है उसे हम ऊपर सेट हो गए थे और ओपन और क्लोज में जो बीच-बीच की जो है उसे हम रियल बॉडी कहते हैं कैंडल की और क्लोज के नीचे जो भी वीक बनती है उसे हम लोअर साइड बोलते हैं और मार्केट के अंदर जब भी वीक बड़ी और बॉडी कम देखने को मिले तो समझ ना कि हमको ट्रेन ड्राइवर से बन रहा है वह पृथ्वी जाकर हमको एक एंट्री लेनी चाहिए और फिर जाकर मजा मुनाफा कमा सकते हैंनिष्कर्ष
कैंडलेस्टिक चैट यह होता है जब भी मार्केट के अंदर कोई नवी कैंडल बनते हैं उसमें ओपन को हाय क्लोज होता है उसको हम कैंडलेस्टिक बोलते हैं और मार्केट के अंदर बारिश और पुलिस कैंडलेस्टिक बनती है और कैंडलेस्टिक के हिसाब से हमको मार्केट और चार्ट में देखना चाहिए तभी जाकर मच्छर मारने का कमा सकते हैं कैंडलेस्टिक बहुत जरूरी है मार्केट के अंदर देखने के लिए तो हमको केमिस्ट्री का पूरा नॉलेज होना चाहिए11 December 2024