स्टॉक मार्केट के अंदर ट्रेडिंग में पहले क्या करना चाहिए और पहले हमको ट्रेडिंग के अंदर क्या देखना चाहिए

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ट्रेडिंग करते समय आपको चार्ट पढ़ना बहुत जरूरी और आवश्यक है क्योंकि छाती आपको बताया कि प्राइस किधर जाएगा और किधर नहीं जाएगा उसकी हिसाब से आप ट्रेड ले सकते हो ओके आप कुछ जब मालूम पड़ जाए ट्रेड कौन सी साइड है प्राइस किधर जाने वाला है उसे साइड का आप ट्रेड इजी से बना सकते हो और अपना एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हो और जब भी आप ट्रेडिंग कर रहे हो तो पहले आपको ट्रेड देखना चाहिए उसके बाद चार्ट पेटर्न जो भी बन रही है उसको देखना चाहिए और आपका ऐसे कैरी फॉरवर्ड करना चाहिए जैसे-जैसे आप चार्ट देखना लगोगे वैसे-वैसे आपको चार्ट में बहुत कुछ मालूम पड़ता जाएगा की प्राइस एक्शन कैसे वर्क कर रहा है और मार्केट किधर जाने वाला है और जब भी आप पता चल जाए की प्राइस कौन से डायरेक्शन में जा रहा है तो आप इसलिए अपना ट्रेड लगा सकते हो और आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हो

और जब भी आप ट्रेडिंग कर रहे होते तब आपको कुछ इंडिकेटर की जरूरत पड़ती है तो आपको बहुत दो या तीन इंडिकेटर की जरूर से आप ट्रेड कर सकते हो जैसे कि हो गया सी एम फीबॉनएसीसीआई लेवल बीडब्ल्यूएफ बॉलिंग और बंद स्ट्रक्चर ट्रेड यह सब कुछ एक इंडिकेटर है उसकी मदद से आपको मालूम पड़ सकता है कि ओवरऑल मार्केट किधर जाने वाला है वह सबको आप बिजली मालूम पड़ सकते हो इसीलिए आपको जब भी अपडेटिंग कर रहे होते हो तब आपको इंडिकेटर का उसे करके आप ट्रेंडिंग करोगे तो आप बेनिफिशियल बनोगे

ट्रेडिंग वॉल्यूम ट्रेडिंग मतलब वॉल्यूम यह होता है कि जब भी मार्केट के अंदर कोई बिग पर इंटर होता है और जब भी कोई मार्केट के अंदर किसी के भी न्यूज़ होती है बड़ी इस टाइम मार्केट के अंदर बाइंग और सेलिंग पावर बढ़ जाता है सुद्दनली तो तभी जो मार्केट के मोमेंट होती है ना वह मोमेंटो को हम ट्रेडिंग वॉल्यूम बोलते हैं तभी मार्केट की वॉल्यूम बहुत बढ़ जाती है सुद्दनली क्योंकि मार्केट के अंदर कोई बिग प्लेस इंटर हुआ होता है तभी आपको ट्रेड अगर आप प्लेस करोगे तो आप तुरंत प्रॉफिट कम कर निकाल सकते हो जब भी मार्केट के अंदर वॉल्यूम है तब पर जब भी मार्केट के अंदर वॉल्यूम बढ़ाने वाला होता है तब आपको फॉरेक्स फैक्ट्री के अंदर जाकर चेक कर लेना चाहिए कि आज कौन सी कौन सी मीटिंग है कि रेड लाइट है ग्रीनलेट है या ऑरेंज अलर्ट है इसके हिसाब से आपको मार्केट के अंदर वॉल्यूम बैलेंस देखने को मिलेगा

जब भी आप ट्रेडिंग करते हो तभी आपको एक बिग फ्रेम की टाइम फ्रेम को आपको चेक कर लेना चाहिए तभी जाकर आप स्मॉल फ्रेम में जाकर ट्रेड कर सकते हो उदाहरण है कि आप ट्रेंडिंग एक घंटे की आवर में आप चार्ट देख रहे हो फिर जाकर आपको पता चल जाए की मार्केट एक क्लब के अंदर ऊपर है तो आपको एक या 5 मिनट के अंदर जाकर आपको अपना अपना ट्रेड प्लेस करके आप अच्छा मुनाफा बना सकते हो इसीलिए टाइम फ्रेम बहुत जरूरी है और बहुत माननीय भी है ट्रेडिंग करते समय

सपोर्ट और रजिस्टेंस का पता कैसे करें जब भी आप ट्रेडिंग कर रहे होते हैं इस टाइम जो भी टाइम मार्केट एक जगह ही रहता है 10 या 20 के बीच में तभी टाइम आपको वह सपोर्ट कहलाता है जब भी मार्केट एक ही जगह पर रहता है विदीन ए रंगे उसे हम सपोर्ट कहते हैं वह टूटे ना अगर सपोर्ट सपोर्ट तोड़ के ऊपर चला जाए इट मींस ऑफ ब्रेकआउट कहलाता है मार्केट जहां पर भी एक जगह रहता है उसे हम एक स्ट्रांग सपोर्ट कहते हैं और जहां पर भी सपोर्ट होगा वहां पर भी हमारा मार्केट प्राइस रेट होगा वह सपोर्ट कभी टूटेगा नहीं इस टाइम सपोर्ट को देखकर और रेजिस्टेंस को देखकर हमें एक छोटा सा ट्रेड प्लेन करना चाहिए क्योंकि हम उसमें से सपोर्ट के हिसाब से आप और सदस्य के हिसाब से आप एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हो तो आपको वह चार्ट के अंदर सपोर्ट और रेजिस्टेंस देखना चाहिए

ट्रेडिंग करते समय रूल्स

अपने माइंडसेट को कंट्रोल करना चाहिए

ट्रेडिंग करते वक्त आपको धीरज रखना चाहिए

जहां पर भी ट्रेडिंग कर रहे हो वह साइलेंट जोन होना चाहिए उधर जाकर अपडेट करें

छत और ट्रेंड को आप फॉलोकरें

स्टॉपलॉस और टेक प्रॉफिट सेट करें

दिन का मैक्सिमम लॉस और दिन का मैक्सिमम प्रॉफिट सेट करें

ट्रेडिंग करते समय अपना ट्रेड एक या दो परसेंट का होना चाहिए

और दिन का कितना ट्रेड लेना है वह फिक्सकरें

ट्रेडिंग के अंदर अगर दो लॉस हो गए ट्रेड तो ओवर ट्रेडिंग मत करें

बिग प्लेयर्स और बिग ट्रेडर्स को फॉलो करें

9 December 2024

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